About Me

I write poems - I m going towards me, I write stories - किस्से ओमी भैय्या के, I write randomly - squander with me

Friday, July 02, 2010

लोरी

तकिये की नीचे रखी नींद सुरीली
सोयेगा जो खायेगा मीठी जलेबी
पापा को ना आये बिटिया कोई लोरी
झूटे मूठे बहानो की यह है कहानी

तेरी नींद होगी सपनो से सजी
होगा तेरा राजा और तेरी रानी
हाथी शेर चीते करेंगे सलामी
परियो से होगी तेरी दोस्ती

झूले का ये देश कल होगा छोटा
ऊँची होगी उड़ाने कौन रोकेगा
दुनिया जीतने से पहले करले आराम
सो जा अब लेके करवट कोई आसान

1 comment:

Sagar said...

Good one..with correct mood and flow.