मीटिंग में फरमान आया
साहब का फ़ोन घनघनाया
श्रीमान जी बोले व्यस्त हूँ
मीटिंग में बीच में पस्त हूँ
थोड़े देर में कॉल बैक करता हूँ
पहले कार्यालय के भूतो से निपटता हूँ
निविदा नीलामी के फाइलो में
साहब का दिन गुजर गया
कॉल बैक का आश्वासन
मीटिंग की तरह अधुरा रह गया
जब पहुंचे घर तो
घर में सन्नटा पाया
सास बहु की सीरियल में
साजिशो का अंबार पाया
कुछ न पूछा कुछ न बताया
श्रीमती जी ने किचन में कदम बढाया
श्रीमान जी को हुआ अंदेशा
खाने पर है आज जलने का साया
कुछ तो किया हैं
लेकिन कुछ याद न आया
जानने के लिए बीवी की
तारीफों का कसीदा सुनाया
दो तीन रोटियों के जलने के बाद
मेहनत का फल सामने आया
जब गड़े पुराने किस्सों का
बीवी ने ताना सुनाया
फिर आयी वो मुद्दे पे
जब इस बार का गुनाह बताया
किया था तुमको फ़ोन
तुमने सौतन मीटिंग के लिए
मुझको ठुकराया
आगे से ऐसा न करना
पहले मुझसे बात ही करना
नहीं तो ऐसे ही शाम को पछताओगे
न टीवी देख पायगे
न खाना खा पाओगे
शादी का था प्रोटोकॉल समझाया
जब श्रीमती जी ने था फोन घुमाया
1 comment:
ye aapki aap biti tho nahi lagti hai OPji :)
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