बिगड़े हालत पर ना होना हताश
खुद की बातों पे ही खुश रहना
जब तक तुमको फर्क न पड़े
क्यों कुछ बदलने की हिम्मत करना
क्यूंकि हिम्मत करने से होता है हंगामा
और तुमको हंगामे की आदत नहीं
सोचते रहना और कहते रहना
बात बात पे बहस भी करना
खुद को पढा लिखा साबित करना
बस जितना पढ़ाया उतना ही जानना
क्यूंकि ज्यादा जानने से होता हैं हंगामा
और तुमको हंगामे की आदत नहीं
कोई और मरे, कोई और लड़े
जिसको कूदना है वो आग में कूदे
तुम तो बस आराम से रहना
बस अपने रास्तो पर ही चलना
क्यूंकि रास्ते बदलने से होता है हंगामा
और तुमको हंगामे की आदत नहीं
सत्ता, कुर्सी, पैसा या फिर रुतबा
कोई लूटे अकेला, कही है पूरा कुनबा
लेकिन फिर भी तुम चुप ही रहना
अपने दरवाजों को बंद ही रखना
क्यूंकि सच कहने से होता है हंगामा
और तुमको हंगामे की आदत नहीं